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Thursday, August 31, 2023

मॉनसून की चिंता


मॉनसून के बारे में जो सूचनाएं आ रही हैं वे बहुत उत्साहित करने वाली नहीं हैं। भारत के लिए मॉनसून बहुत अहम है क्योंकि उसकी सालाना बारिश में मॉनसूनी बारिश का योगदान 70 फीसदी है। मॉनसूनी बारिश में अगर ज्यादा कमी हुई तो खरीफ की फसल का उत्पादन तो प्रभावित होगा ही, साथ ही रबी की फसल पर भी असर होगा।

 खबरों के मुताबिक इस वर्ष आठ साल की सबसे कम बारिश होने वाली है। इन दिनों सूखे का जो सिलसिला चल रहा है उसके चलते अगस्त में बारिश में रिकॉर्ड कमी आई है और यह सिलसिला आगे भी जारी रहने की आशंका है। जानकारी के मुताबिक अल नीनो प्रभाव मजबूत हो रहा है और माना जा रहा है कि दिसंबर तक उसका प्रभाव जारी रहेगा। बिजनेस स्टैंडर्ड की पूरी संपादकीय टिप्पणी पढ़ें यहाँ

चीन सदा-सर्वदा विकासशील!

दक्षिण अफ्रीका में हाल ही में संपन्न ब्रिक्स देशों की शिखर बैठक से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने जोर देकर कहा कि उनका देश ‘विकासशील देशों के समूह का सदस्य था, है और हमेशा रहेगा।’ इस बात की संभावना कम है कि शी चीन की भविष्य की वृद्धि को लेकर कोई आशंका व्यक्त कर रहे थे और ऐसा कुछ कह रहे थे कि उनका देश मध्य आय के जाल में उलझा रहेगा। यदि वह ऐसा नहीं कह रहे थे तो फिर उनके इस वक्तव्य की व्याख्या किस प्रकार की जाए?

Tuesday, June 29, 2010

कहाँ है मॉनसून?


इस साल मॉनसून ठीक रहने की उम्मीद है, पर उसकी शुरुआत अच्छी नहीं है। खासकर उत्तर भारत की उम्मीदों को उसने तोड़ा है। मौसम विभाग के इस नक्शे से आप अंदाज़ लगा सकते हैं कि कहाँ-कहाँ मॉनसून पीछे है।   

बंगाल की खाड़ी में एक बार कम दबाव क्षेत्र बन जाए तो मॉनसून उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ जाएगा। यों इस साल सितम्बर में अच्छी बारिश के आसार हैं क्योंकि अल नीनो की जगह ला-नीना बन रहा है। प्रशांत महासागर के ऊपर ठंडक आने से उधर चला जाने वाला पानी अब हमारी तरफ आएगा। 

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